
- परिवार के ही सदस्य ने लालच में रची साजिश, जमीन में गड़े धन को निकालने के लिए दिया था जघन्य अपराध को अंजाम
जयपुर 7 अगस्त। चार दिन पूर्व थाना छीपाबड़ौद के ग्राम रावां में मूक-बधिर रामचरण सुमन की हत्या और डकैती की सनसनीखेज वारदात का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक अंदासु ने बताया कि 3 अगस्त को मिली सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि मृतक के हाथ-पैर बंधे थे और मुंह पर टेप चिपका हुआ था। मकान के अंदर एक गड्ढा भी खुदा हुआ था, जिससे गहने और नकदी गायब होने का अंदेशा था। पुलिस ने जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया, जिसका नेतृत्व वृत्ताधिकारी विकास कुमार ने किया।
गहन जांच और तकनीकी अनुसंधान के बाद पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा कर 6 आरोपियों राजा अली पुत्र अब्दुल गफ्फार (27), राजेंद्र सुमन उर्फ बल्लू पुत्र छीतरलाल (27), विनोद कुमार सुमन पुत्र लक्ष्मीचंद (27), कमल किशोर पुत्र राधेश्याम सुमन (27), ललित नागर पुत्र चंद्रमोहन (24), भूरा लाल उर्फ भूरा सुमन पुत्र घनश्याम (31) निवासी छीपाबड़ौद को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि मृतक के भाई का पोता कमल सुमन इस साजिश में मुख्य अभियुक्त है। कमल को यह पता था कि मृतक के घर में जमीन में धन और गहने गड़े हुए हैं और वह घर पर अकेला रहता है। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर इस धन को निकालने की योजना बनाई।
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने वारदात से 10 दिन पहले दो बार और भी प्रयास किया था। 2 अगस्त की रात 8 लोगों ने डकैती की योजना बनाई, जिसमें से 6 ने सीधे वारदात को अंजाम दिया। कमल सुमन और उसके पड़ोसी भूरालाल सुमन ने गांव में रहकर बाहर से आए 6 आरोपियों की मदद की। ये आरोपी गैंती, ग्राइंडर और अन्य सामान के साथ घर में घुसे। उन्होंने रामचरण सुमन के हाथ-पैर बांधकर मुंह पर टेप चिपका दी, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से चोरी का माल बरामद करने का प्रयास कर रही है और बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
इस सफल ऑपरेशन में शामिल पुलिस टीम में थानाधिकारी छीपाबड़ौद अजीत सिंह मय जाप्ता, थानाधिकारी हरनावदाशाहजी बृजेश सिंह मय जाप्ता, साइबर सेल बारां के प्रभारी सहायक उप निरीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा (विशेष भूमिका) और जिला विशेष टीम शामिल थी।
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