MARUDHARHIND NEWS

“मिलावटखोरी पर प्रशासन का शिकंजा – बहरोड़ के होटलों पर कार्रवाई, सैम्पल जांच के लिए जयपुर भेजे गए”

कोटपूतलीबहरोड़ (सीताराम गुप्ता)।
राज्य सरकार द्वारा खाद्य पदार्थों की शुद्धता सुनिश्चित करने हेतु चलाए जा रहे “शुद्ध आहार मिलावट पर वार” विशेष अभियान के अंतर्गत मंगलवार को बहरोड़ कस्बे के प्रमुख होटलों और रेस्टोरेंट्स पर औचक निरीक्षण किया गया। इस सघन कार्रवाई का नेतृत्व आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रक तथा अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ. ओमप्रकाश सहारण के निर्देशन में एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आशीष सिंह शेखावत के नेतृत्व में किया गया।

निरीक्षण के दौरान खाद्य सुरक्षा अधिकारी नेहा शर्मा द्वारा बहरोड़ स्थित मैसर्स ताज मोती महल रिसोर्ट से ग्रैवी, न्यू मुस्कान मिड-वे से पनीर और मैसर्स मनोहर विलास होटल से ग्रैवी के सैम्पल एकत्र किए गए। सभी नमूनों को परीक्षण हेतु जयपुर स्थित मान्यता प्राप्त खाद्य प्रयोगशाला भेजा गया है। रिपोर्ट प्राप्त होने के पश्चात एफएसएसए (खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम) के तहत कठोर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान कई होटलों में सफाई व्यवस्था को बेहद लापरवाह पाया। किचन क्षेत्र में गंदगी, खुले कूड़ेदान, अव्यवस्थित खाद्य सामग्री और बिना कवर रखे खाद्य पदार्थ मिलने पर गहरी नाराजगी जताई गई। इस पर समस्त होटल एवं रेस्टोरेंट संचालकों को सख्त हिदायत दी गई कि वे तुरंत साफ-सफाई में सुधार करें, ढक्कनदार कूड़ेदान का प्रयोग करें, खाद्य सामग्री को स्वच्छ व सुरक्षित तरीके से संग्रहित करें और गुणवत्ता युक्त सामग्री का उपयोग सुनिश्चित करें।

इसके साथ ही अधिकारियों ने होटल प्रबंधकों को फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड एक्ट की विस्तृत जानकारी दी और चेताया कि बिना वैध फूड लाइसेंस खाद्य सामग्री का विक्रय करना एक गंभीर अपराध है, जिस पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

प्रशासन की इस कार्रवाई से खाद्य विक्रेताओं में हड़कंप मच गया है और स्थानीय जनमानस ने भी इस मुहिम का स्वागत करते हुए ऐसे नियमित निरीक्षणों की मांग की है ताकि आमजन को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो सकें।