समर्पण और संवेदनशीलता का प्रतीक — आईपीएस देवेंद्र कुमार विश्नोई

कानून-व्यवस्था, जनता के विश्वास और अपराध नियंत्रण में नई मिसाल कायम

कोटपूतली-बहरोड़।

राजस्थान पुलिस सेवा के प्रतिभाशाली और अनुशासित अधिकारियों में आईपीएस देवेंद्र कुमार विश्नोई का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है। वे ऐसे अधिकारी हैं जिन्होंने पुलिस सेवा को केवल प्रशासनिक दायित्व नहीं, बल्कि जनसेवा और सामाजिक उत्तरदायित्व के रूप में निभाया है। उनके कार्यकाल में अनुशासन, संवेदना और परिणाम देने वाली कार्रवाई — तीनों का आदर्श संतुलन देखने को मिला है।

देवेंद्र कुमार विश्नोई 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और मूलतः हरियाणा के हिसार जिले से संबंध रखते हैं। आईपीएस बनने से पहले वे सीमा सुरक्षा बल (BSF) में भी कार्यरत रहे, जहाँ से उन्हें नेतृत्व और शारीरिक अनुशासन की गहरी समझ मिली। यही अनुभव आगे चलकर उनकी पुलिसिंग शैली में भी झलका — जहां वे आदेश देने से अधिक, स्वयं उदाहरण प्रस्तुत करने में विश्वास रखते हैं।

प्रारंभिक सेवाएं — नवाचार और जिम्मेदारी का परिचय

राजस्थान पुलिस में नियुक्ति के बाद देवेंद्र कुमार विश्नोई ने RAC की तीसरी बटालियन बीकानेर में कमांडेंट के रूप में कार्य किया। इस दौरान उन्होंने जवानों के प्रशिक्षण, अनुशासन और टीम प्रबंधन में नए मानक स्थापित किए।
बाद में जब उन्हें शहरी क्षेत्र की जिम्मेदारी मिली, तो उन्होंने साइकिल गश्त जैसी अनोखी पहल शुरू की — जिसमें वे स्वयं साइकिल से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में गश्त करते थे। इस पहल ने पुलिस को जनता के और करीब लाया और कर्मचारियों के बीच यह संदेश दिया कि जिम्मेदारी निभाने में सुविधा नहीं, समर्पण मायने रखता है।

कोटपूतली-बहरोड़ में पदस्थापन — सशक्त नेतृत्व की नई दिशा

कोटपूतली-बहरोड़ जिले में पुलिस अधीक्षक का पदभार संभालने के बाद देवेंद्र कुमार विश्नोई ने सबसे पहले अपराध नियंत्रण, कानून-व्यवस्था की मजबूती और थानों की पारदर्शिता को प्राथमिकता दी। उन्होंने सभी थानाध्यक्षों और अधिकारियों की अपराध गोष्ठी आयोजित कर स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए कि अपराध पर “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाई जाएगी और जनता का विश्वास ही पुलिस की सबसे बड़ी पूंजी है।

उनके नेतृत्व में पुलिस ने लगातार बड़ी सफलताएँ हासिल कीं, जिनमें जिलेभर में अपराधियों और गैंग नेटवर्क पर निर्णायक प्रहार शामिल रहे।

विश्नोई के नेतृत्व में हुई प्रमुख बड़ी कार्रवाईयां

1. अंतरराज्यीय हथियार तस्करी गैंग का पर्दाफाश

2025 में देवेंद्र कुमार विश्नोई के निर्देशन में पुलिस एवं DST टीम ने संयुक्त अभियान चलाकर एक बड़े अंतरराज्यीय हथियार तस्करी गैंग का भंडाफोड़ किया। इस कार्रवाई में 7 पिस्टल, 4 कट्टे और 20 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। यह गिरोह राजस्थान, हरियाणा और मध्यप्रदेश तक फैला हुआ था।

2. लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर करारा प्रहार

अक्टूबर 2025 में दीपावली से पूर्व पुलिस ने विशेष अभियान चलाते हुए लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से भारी मात्रा में अवैध हथियार बरामद हुए। यह कार्रवाई जिले में आपराधिक नेटवर्क पर कड़ा संदेश साबित हुई।

3. रोहित गोदारा गैंग का इनामी अपराधी गिरफ्तार

इसी अवधि में एक और बड़ी सफलता मिली जब पुलिस ने 25,000 रुपये के इनामी अपराधी को पकड़ा जो रोहित गोदारा गैंग से जुड़ा हुआ था। विशेष बात यह रही कि आरोपी ने महिला के वेश में भागने की कोशिश की, परंतु पुलिस ने सूझबूझ से उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 3 पिस्टल, 12 जिंदा कारतूस और एक मैगजीन बरामद हुई।

इन सभी कार्रवाइयों ने यह सिद्ध किया कि देवेंद्र विश्नोई की कार्यशैली में गहन निगरानी, त्वरित निर्णय और परिणामकारी कार्रवाई तीनों का संगठित समन्वय है।

सराहनीय पहल — लेन ड्राइव और नागरिक जागरूकता अभियान

कोटपूतली-बहरोड़ पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई ने जिले में केवल अपराध नियंत्रण ही नहीं, बल्कि जन-जागरूकता और ट्रैफिक अनुशासन को भी प्राथमिकता दी। उनके निर्देशन में NH-48 (जयपुर–दिल्ली राजमार्ग) पर एक विशेष लेन ड्राइव अभियान चलाया गया, जिसमें ट्रक चालकों और वाहन चालकों को सही लेन में चलने और यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया गया। इस अभियान के तहत पुलिस टीमों ने चौक-चौराहों और हाइवे पर विशेष निगरानी रखी तथा लेन उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्यवाही की। साथ ही, लोगों को समझाया गया कि सड़क सुरक्षा केवल नियम नहीं, बल्कि जीवन रक्षा का संकल्प है यह पहल केवल दंडात्मक कार्रवाई तक सीमित नहीं रही — पुलिस ने जगह-जगह पोस्टर, बैनर, जागरूकता संदेश और संवाद कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को अनुशासित ड्राइविंग की सीख दी। इससे जिले में ट्रैफिक व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार देखा गया और नागरिकों में कानून के प्रति सम्मान की भावना बढ़ी।

साइबर अपराध से बचाव हेतु अभियान

देवेंद्र विश्नोई के नेतृत्व में पुलिस ने आधुनिक अपराधों, विशेषकर साइबर फ्रॉड से निपटने के लिए भी व्यापक अभियान शुरू किया। जिले में बढ़ते ऑनलाइन ठगी मामलों को देखते हुए उन्होंने साइबर सेल को सशक्त किया और आमजन को शिक्षित करने के लिए विशेष कार्यशालाएं आयोजित कराईं।
विद्यालयों, कॉलेजों और व्यापारिक संगठनों में आयोजित इन कार्यक्रमों में विशेषज्ञों ने बताया कि कैसे फर्जी कॉल, लिंक, लॉटरी और बैंक OTP जैसी धोखाधड़ियों से बचा जा सकता है।इस अभियान का सबसे सकारात्मक पहलू यह रहा कि स्वयं एसपी विश्नोई ने जनता से सीधा संवाद किया और कहा कि —
“सुरक्षा सिर्फ पुलिस की नहीं, हर नागरिक की साझी जिम्मेदारी है। जागरूकता ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है।”

जनता के लिए संवेदनशील और जवाबदेह पुलिसिंग

देवेंद्र कुमार विश्नोई ने पदभार संभालने के साथ ही पुलिस को जनता के प्रति संवेदनशील और जवाबदेह बनाने का संकल्प लिया। थानों में पारदर्शिता, शिकायतों का त्वरित निस्तारण और नागरिक संवाद पर उन्होंने विशेष बल दिया।
उनकी पहल पर महिला सुरक्षा, साइबर अपराध नियंत्रण और सड़क सुरक्षा जागरूकता के लिए अभियान चलाए गए। स्कूलों और कॉलेजों में विद्यार्थियों को अपराध और नशे से दूर रहने का संदेश दिया गया, जिससे पुलिस-जनता संबंध और मजबूत हुए।

आधुनिक पुलिसिंग और टीम स्पिरिट

उनके कार्यकाल में जिले में आधुनिक पुलिसिंग की दिशा में कदम बढ़ाए गए। अपराध नियंत्रण के लिए तकनीकी संसाधनों और डाटा विश्लेषण का उपयोग बढ़ाया गया।
विश्नोई का मानना है कि “पुलिस का सबसे मजबूत हथियार उसका अनुशासन और जनता का विश्वास है।” इस विचारधारा के साथ उन्होंने कर्मचारियों का मनोबल ऊँचा रखने पर विशेष ध्यान दिया, जिससे थानों में टीम भावना और कार्य-प्रेरणा बनी रही।

निष्कर्ष — एक अधिकारी, जो जनता के दिलों में जगह बना चुके हैं

देवेंद्र कुमार विश्नोई आज केवल एक पुलिस अधीक्षक नहीं, बल्कि प्रेरणा और जिम्मेदारी का प्रतीक बन चुके हैं। उन्होंने यह सिद्ध कर दिया कि सच्चा अधिकारी वही है जो न केवल अपराध पर सख्ती दिखाए, बल्कि समाज के प्रति संवेदना भी रखे।
उनके नेतृत्व में कोटपूतली-बहरोड़ पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ निर्णायक अभियान चलाया, जनता के विश्वास को मजबूत किया और पुलिसिंग को सेवा का पर्याय बना दिया।

उनकी कार्यशैली आने वाले युवा अधिकारियों के लिए यह संदेश देती है —
“अनुशासन में शक्ति है, संवेदना में जनसेवा है, और ईमानदारी में असली नेतृत्व।”

SEETARAM GUPTA(KOTPUTLI)

REPORTER (KOTPUTLI)