बीएलओ प्रशिक्षण का निरीक्षण, गणना प्रपत्र की प्रक्रिया समझाई गई

उप जिला निर्वाचन अधिकारी ओमप्रकाश सहारण ने किया प्रशिक्षण स्थल का निरीक्षण, 50 बीएलओ रहे उपस्थित

कोटपूतली, 29 जुलाई।


मुख्य निर्वाचन अधिकारी, राजस्थान के निर्देशानुसार चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत मंगलवार को बीएलओ प्रशिक्षण के दूसरे दिन उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला प्रशिक्षण नोडल अधिकारी ओमप्रकाश सहारण ने लाल बहादुर शास्त्री राजकीय महाविद्यालय, कोटपूतली में प्रशिक्षण स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने उपस्थित बूथ लेवल अधिकारियों को विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण के अंतर्गत बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर मतदाताओं की पहचान की जाती है। यह प्रक्रिया राज्य में 23 वर्ष पूर्व वर्ष 2002 में भी अपनाई गई थी। वर्तमान में बीएलओ को गणना प्रपत्र भरवाना है, जिसमें अधिकांश विवरण पूर्व से ही मुद्रित रहेंगे। मतदाता को केवल वर्तमान रंगीन फोटो चिपकाना होगा और जन्मतिथि, मोबाइल नंबर, आधार संख्या सहित आवश्यक प्रविष्टियां दर्ज करनी होंगी।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्ट किया कि लगभग 53 प्रतिशत मतदाता ऐसे होंगे जिनका नाम पहले से मतदाता सूची में दर्ज है, और उनसे किसी प्रकार का दस्तावेज नहीं लिया जाएगा—सिर्फ गणना प्रपत्र भरवाना होगा। अन्य मतदाताओं से एक या दो दस्तावेज (स्वयं के तथा माता-पिता के) लिए जाएंगे, जबकि केवल लगभग तीन प्रतिशत मतदाताओं से तीन दस्तावेज लिए जाने की आवश्यकता होगी। किसी प्रकार की समस्या होने पर बीएलओ अपने डीएलएमटी या एलएमटी से संपर्क कर सकते हैं।

डीएलएमटी राजेश कुमार यादव ने सर्वे के दौरान किए जाने वाले कार्यों और बीएलए एवं स्वयंसेवकों के साथ समन्वय की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर रामबीर यादव ने मतदाता से गणना प्रपत्र भरवाने की विधि समझाई एवं फार्म नंबर 6, 7 और 8 की स्वीकृति या अस्वीकृति की प्रक्रिया को स्पष्ट किया, जो ईआरओ द्वारा निर्धारित की जाती है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 50 बूथ लेवल अधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर मास्टर ट्रेनर सत्यवीर सिंह यादव, अतुल कुमार आर्य, रामावतार नागर, विजय सिंह, मुकेश मीणा और पप्पू यादव सहित अन्य प्रशिक्षण सहयोगी उपस्थित रहे।

REPORT-SEETARAM GUPTA