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“ब्लॉक विकास रणनीति अनुसार समन्वय रखते हुए आकांक्षी ब्लॉक के विकास के लिए कार्य करें” – प्रियंका गोस्वामी


जिला कलेक्टर ने गुरु गोलवलकर आकांक्षी ब्लॉक विकास योजना के अंतर्गत ली बानसूर ब्लॉक की बैठक

बानसूर ब्लॉक चयनित आकांक्षी क्षेत्र, चिकित्सा, शिक्षा व पेयजल समेत सभी क्षेत्रों में तेज़ प्रगति के निर्देश

तकनीकी प्रशिक्षण, सीएसआर सहयोग और पोर्टल रिपोर्टिंग गुणवत्ता पर विशेष बल

कोटपूतली-बहरोड़(सीताराम गुप्ता)।

आयोजना विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा चयनित 41 अल्पविकसित ब्लॉकों के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए प्रारंभ की गई गुरु गोलवलकर आकांक्षी ब्लॉक विकास योजना के अंतर्गत बानसूर ब्लॉक को जिले से चयनित किया गया है। इस योजना के क्रियान्वयन और प्रगति की समीक्षा हेतु जिलाल कलेक्टर प्रियंका गोस्वामी की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय संचालन समिति की बैठक आयोजित की गई।

बैठक में जिला कलेक्टर ने चिकित्सा, पेयजल, शिक्षा, पंचायत समिति सहित विभिन्न विभागों की योजनाओं और कार्यों की समीक्षा करते हुए ब्लॉक विकास रणनीति पर चर्चा की। अधिकारियों ने अपने विभागों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की और जमीनी स्तर पर लागू की जाने वाली कार्ययोजना साझा की।

जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि योजना के लक्ष्यों की पूर्ति संवेदनशीलता और समयबद्धता के साथ होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में अपेक्षित प्रगति नहीं हो पाई है, वहां तत्काल प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने पोर्टल पर सटीक रिपोर्टिंग के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व विभागीय कार्मिकों को तकनीकी प्रशिक्षण दिलाने की बात कही ताकि डेटा की गुणवत्ता और विश्वसनीयता बनी रहे।

सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के माध्यम से विकास कार्य करवाने की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई। पशुपालन विभाग को पशुओं के नियमित टीकाकरण और पशुधन केंद्रों की निगरानी के निर्देश दिए गए।

बैठक में पेयजल, स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा के क्षेत्र में व्याप्त चुनौतियों एवं संभावनाओं पर विशेष चर्चा हुई। कलेक्टर ने कहा कि आधारभूत सुविधाएं सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हैं, और इनकी उपलब्धता सुनिश्चित करना अधिकारियों की प्राथमिक जिम्मेदारी है।

उन्होंने निर्देश दिए कि सामाजिक व आर्थिक मानकों के आधार पर ब्लॉक में अंतराल की पहचान कर अनटाइड फंड के सही उपयोग के लिए प्रस्ताव तैयार किए जाएं और उनके क्रियान्वयन की सघन निगरानी हो।

उन्होंने यह भी कहा कि ब्लॉक विकास रणनीति को ब्लॉक की शक्तियों, कमजोरियों, अवसरों और खतरों (SWOT) के विश्लेषण पर आधारित बनाना होगा।

बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश सहारण, एसडीएम बानसूर अनुराग हरित, ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी बाबूलाल बैरवा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।