भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर 1 से 15 नवम्बर तक जयपुर में होंगे खास आयोजन-


– जनजाति गौरव वर्ष के तहत जनजातीय संस्कृति, परम्परा का होगा व्यापक उत्सव
– आयोजन की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक का हुआ आयोजन
– जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारियां
– विभागीय अधिकारियों को इंतजाम एवं व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के दिये निर्देश

जयपुर, 31 अक्टूबर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रदेशभर में भगवान बिरसा मुंडा जयंती के उपलक्ष्य में 1 से 15 नवम्बर 2025 तक जनजातीय गौरव वर्ष के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने सभी गतिविधियों एवं कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारियां सौंपी है।

शुक्रवार को आयोजन की तैयारियों को लेकर जिला कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक में जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती प्रतिभा वर्मा ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को तैयारियों एवं आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इस विशेष आयोजन का उद्देश्य जनजातीय समाज की गौरवशाली परम्पराओं, संस्कृति और वीर नायकों के योगदान को जन-जन तक पहुंचाना है।

15 नवंबर तक चलने वाले इस अभियान के तहत राज्यभर में विविध सांस्कृतिक, शैक्षणिक और सामाजिक कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी। जिसके तहत 1 नवम्बर को मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल्स एवं ईएमआरएस विद्यालयों में जनजातीय संस्कृति, परंपरा एवं कला विषयक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन 2 नवम्बर को सैचुरेशन ड्राइव के अंतर्गत जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ शत-प्रतिशत पात्र लाभार्थियों तक पहुँचाने के लिए शिविरों का आयोजन होगा।

वहीं, 3 नवम्बर को विद्यालयों की प्रार्थना सभाओं में भगवान बिरसा मुंडा के जीवन एवं योगदान पर आधारित भाषण, निबंध, गीत और चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। 4 नवम्बर को महाविद्यालयों में भगवान बिरसा मुंडा पर भाषण, निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिताएं होंगी। तो वहीं, 6 नवम्बर को राजीविका द्वारा पंचायत समितियों में खिलौना निर्माण कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी तथा माडा क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ भगवान बिरसा मुंडा को पुष्पांजलि अर्पित की जाएगी। इसी प्रकार 15 नवंबर तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती प्रतिभा वर्मा ने कहा कि राजस्थान की जनजातीय परम्परा हमारे सामाजिक ताने-बाने की आत्मा है। भगवान बिरसा मुंडा जैसे महानायक हमारे प्रेरणा स्रोत हैं, जिनसे समर्पण, संघर्ष और स्वाभिमान की भावना सदैव जीवित रहेगी।

जनजातीय गौरव वर्ष के तहत होने वाले कार्यक्रमों के सफल आयोजन के लिए सभी संबंधित विभागों एवं अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं ताकि राज्यभर में जनजातीय समाज के गौरवशाली इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर के प्रति जन-जागरूकता का व्यापक प्रसार किया जा सके।