सेवा भारती समिति कोटपूतली द्वारा सरुण्ड में चल रहे निःशुल्क सिलाई एवं बाल संस्कार केंद्र का वार्षिकोत्सव सम्पन्न

छात्र-छात्राओं ने प्रस्तुत किए सांस्कृतिक कार्यक्रम, अतिथियों ने आत्मनिर्भरता और संस्कार पर दिया जोर

सरुण्ड/कोटपूतली, 21 अगस्त।

सेवा भारती समिति कोटपूतली द्वारा संचालित अहिल्याबाई होल्कर निःशुल्क सिलाई केंद्र सरुण्ड और माता रानी बाल संस्कार केंद्र, श्री भीमराव अंबेडकर बस्ती सरुण्ड का वार्षिकोत्सव दीप प्रज्ज्वलन एवं दीप मंत्रोच्चारण के साथ धूमधाम से सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता ज्योति शर्मा ने की। इस अवसर पर जिला मंत्री महेश चंद सैनी, सह जिला मंत्री बिना सोनी, जिला प्रकल्प प्रमुख सत्यनारायण कौशिक, नगर स्वास्थ्य आयाम प्रमुख अमर सिंह कुमावत, नगर मंत्री छाजूराम सैनी सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, अभिभावक और ग्रामवासी मौजूद रहे।

कार्यक्रम में सत्यनारायण कौशिक ने प्रकल्प की जानकारी देते हुए कहा कि बाल संस्कार केंद्र बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला है, जहां उन्हें संस्कार, शिक्षा और नैतिक मूल्यों का पाठ पढ़ाया जाता है। उन्होंने उपस्थित अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक बालक-बालिकाओं को संस्कार केंद्र से जोड़ें। साथ ही बताया कि सेवा भारती समिति द्वारा संचालित निःशुल्क सिलाई केंद्र से माताएं एवं बहनें आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो रही हैं।

अतिथियों के उद्बोधन में जिला मंत्री महेश चंद सैनी ने कहा कि बाल संस्कार केंद्र समाज में शिक्षा और संस्कारों का संगम है। सह जिला मंत्री बिना सोनी ने कहा कि मातृशक्ति को आत्मनिर्भर बनाने का यह प्रयास निश्चित ही समाज में सकारात्मक बदलाव लाएगा। नगर स्वास्थ्य आयाम प्रमुख अमर सिंह कुमावत ने कहा कि बच्चों के साथ-साथ महिलाओं को भी इस प्रकार के प्रशिक्षण केंद्रों से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है। कार्यक्रम अध्यक्ष ज्योति शर्मा ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि आज की पीढ़ी को शिक्षा के साथ संस्कार देना हम सबकी जिम्मेदारी है। विशेष रूप से 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों पर माता-पिता को अधिक ध्यान देना चाहिए।

इस अवसर पर सिलाई केंद्र शिक्षिका राधा देवी तथा बाल संस्कार केंद्र शिक्षिकाएं आयशा शर्मा, पूजा शेखावत, रतन कंवर, शीला देवी, सुनीता कंवर, शकुंतला देवी, रेखा कंवर, संगीता देवी, आशा देवी, पूजा शर्मा और ममता कंवर भी उपस्थित रहीं।

कार्यक्रम में ईशु, तोशिका, अंजली, जीया, मीरा, दर्पण, जीविका, सपना और नेहा सहित अनेक बालक-बालिकाओं ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। सभी प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया तथा उपस्थित बच्चों को बिस्किट और चॉकलेट वितरित की गई।

इस अवसर पर कुल 53 लोग उपस्थित रहे, जिनमें 21 बालक-बालिकाएं, 27 महिलाएं और 5 कार्यकर्ता शामिल थे।

REPORT -SEETARAM GUPTA (KOTPUTLI)