




कोटपूतली, 27 जून 2025।
कोटपूतली नगर की हालत बद से बदतर होती जा रही है। हर गली, हर नुक्कड़, हर मोहल्ला गंदगी, बजबजाते नालों और दुर्गंध से त्रस्त है। नगर परिषद की लापरवाही और प्रशासन की चुप्पी ने इस शहर को कचरे का ढेर बना दिया है।
आज जिला कलेक्टर प्रियंका गोस्वामी ने शहर का दौरा कर जब हालात अपनी आंखों से देखे तो उनके चेहरे पर नाराज़गी साफ झलक रही थी। खुले में बहते नाले, कचरे के ढेर और स्थानीय नागरिकों की व्यथा सुनकर उन्होंने मौके पर ही नगर परिषद अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। चतुर्भुज क्षेत्र में सीवरेज प्लांट के निर्माण कार्य का निरीक्षण कर उन्होंने कार्य की प्रगति और गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए।
लेकिन सवाल यही है — क्या यह दौरा स्थिति को सुधरेगा?
पूर्व कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने भी शहर का कई बार निरीक्षण किया था, निर्देश भी दिए थे, चेतावनी भी दी थी, लेकिन नतीजा? स्थिति जस की तस। ना परिषद चेती, ना अधिकारी जागे। नालों में कूड़ा अब भी बह रहा है, और नगर परिषद अब भी कुंभकर्णी नींद में सोई है। लेकिन आज कलेक्टर प्रियंका गोस्वामी के दौरे से लोगों में उम्मीद जगी है और शहर की व्यवस्था सुधरने के संकेत नजर आ रहे है ।
अब नगर परिषद प्रशासन को चेत जाना होगा।
कोई भी जनप्रतिनिधि या अधिकारी जनता से बड़ा नहीं होता। अगर गंदगी और अव्यवस्था का यही आलम रहा, तो आने वाले समय में जनता जवाब भी देगी — और हिसाब भी।
नगर परिषद के अध्यक्ष धर्मपाल जाट की उपस्थिति में हुए इस दौरे के बाद अगर हालात सुधरते नजर आ रहे है।
आज बहुत दिनों बाद हुई शहर मे फली गंदगी की सफाई
आज काफी दिनों बाद शहर में कुछ सफाई व्यवस्था देखने को मिली शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर उठाए गए और कुछ नाले भी साफ करवाए गए अगर ऐसे ही शहर में सफाई व्यवस्था सुचारू रही तो शहर की गंदगी जड़ से ही खत्म हो जाएगी।और कोटपूतली का विकास होगा।



REPORT -SEETARAM GUPTA