



कोटपूतली-बहरोड़, 5 जून — राजस्थान सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना ‘वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान’ का शुभारंभ आज कोटपूतली-बहरोड़ जिले की ऐतिहासिक पीली जोहड बावड़ी से हुआ। जल, संस्कृति, परंपरा और जनजागरूकता का यह आयोजन जिले के इतिहास में एक नई मिसाल बन गया।
उद्घाटन जल पूजन से, अतिथि गण की गरिमामयी उपस्थिति
कार्यक्रम का शुभारंभ राजस्व एवं जिले के प्रभारी मंत्री विजय सिंह द्वारा वैदिक विधि से जल पूजन कर किया गया। इस अवसर पर प्रमुख जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमेंजिले के प्रभारी सचिव,कोटपूतली विधायक हंसराज पटेल,बानसूर विधायक देवी सिंह शेखावत,नगर परिषद सभापति पुष्पा सैनी,जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल,जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत सहित
अन्य विभागीय अधिकारी, समाजसेवी व नागरिकगण उपस्थित रहे।
*जिला कलेक्टर ने साझा की जल सरंक्षण की दिशा में प्रगति
- जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने मंच से सभी अतिथियों और आम जनता का स्वागत करते हुए जिले में जल सरंक्षण हेतु चल रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बावड़ियों, तालाबों और पारंपरिक जल स्रोतों के पुनर्जीवन, जनसहयोग, और विद्यालयों में जल शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से अभियान को सशक्त किया जा रहा है। कलश यात्रा व रचनात्मक गतिविधियों ने भरा ऊर्जा और जागरूकता का रंग
कार्यक्रम में महिलाओं द्वारा पारंपरिक कलश यात्रा निकाली गई, जिससे आयोजन को सांस्कृतिक गरिमा प्राप्त हुई। साथ ही, स्काउट गाइड संघ कोटपूतली के समन्वय से आयोजित पर्यावरण पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आकर्षण का केंद्र रहीं पोस्टर प्रतियोगिता,
निबंध प्रतियोगिता,भाषण प्रतियोगिता, कविता प्रतियोगिताओं में छात्र-छात्राओं ने जल संरक्षण, प्लास्टिक उन्मूलन, हरियाली, पर्यावरण संतुलन जैसे विषयों पर अपनी रचनात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। विजेताओं को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार प्रदान किए गए।
प्रभारी मंत्री विजय सिंह का ओजपूर्ण जल उद्बोधन
प्रभारी मंत्री विजय सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जल संरक्षण को 21वीं सदी की सबसे बड़ी आवश्यकता बताया। उन्होंने कहा कि जल केवल एक प्राकृतिक संसाधन नहीं, बल्कि जीवन का आधार है। आज जरूरत है कि हम जल को ‘पूज्य’ मानें, ‘साधन’ नहीं। ‘वंदे गंगा’ अभियान इस सोच को समाज में पुनर्स्थापित करने का प्रयास है।”उन्होंने सभी नागरिकों से अपने घरों, खेतों, विद्यालयों और सामाजिक संस्थानों में जल संरक्षण को जीवनशैली का हिस्सा बनाने की अपील की।
*प्रेस कॉन्फ्रेंस में मंत्री ने साझा की व्यापक कार्ययोजना
कार्यक्रम के पश्चात जिला कलेक्ट्रेट कोटपूतली-बहरोड़ के सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रभारी मंत्री विजय सिंह ने ‘वंदे गंगा’ अभियान की दिशा, उद्देश्य और आगामी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।उन्होंने बताया कीप्रत्येक गांव में जल चेतना शिविरों का आयोजन किया जाएगा।स्कूलों में जल पाठशालाएं और निबंध-चित्र प्रतियोगिताएं नियमित रूप से करवाई जाएंगी।युवाओं को जल योद्धा के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा।राज्य के सभी पारंपरिक जल स्रोतों का पुनर्जीवन और संरक्षण सुनिश्चित किया जाएगा।हर नागरिक से जल संरक्षण संकल्प पत्र भरवाया जाएगा।
यह अभियान केवल प्रशासन की पहल नहीं, एक सामाजिक संकल्प है। जब तक समाज की सहभागिता नहीं होगी, तब तक संसाधनों की रक्षा संभव नहीं। हमारा लक्ष्य है – जल को फिर से पूजनीय बनाना।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया प्रतिनिधियों ने भी विभिन्न सवाल किए, जिनका मंत्री ने विश्वास और स्पष्टता से उत्तर दिया।वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान’ का शुभारंभ केवल एक सरकारी आयोजन नहीं, बल्कि एक जनचेतना की शुरुआत है। कोटपूतली-बहरोड़ ने इस ऐतिहासिक पहल के साथ जल संरक्षण की दिशा में एक सशक्त संदेश दिया है, जो निश्चित ही आने वाले समय में हर गाँव, हर व्यक्ति और हर पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनेगा।



