
जयपुर/कोटपूतली।ज़मीन को अब तक लोग निजी संपत्ति समझते रहे हैं, लेकिन समाजसेवी विजय पूनिया ने इसे समाज की धरोहर मानकर जो कदम उठाया है, वह इतिहास में दर्ज किया जाएगा। जयपुर के एसएमएस अस्पताल के सामने स्थित प्राइम लोकेशन पर करीब ₹125 करोड़ मूल्य की भूमि को उन्होंने ग्रामीण और दूर-दराज़ से आने वाली बालिकाओं के छात्रावास निर्माण के लिए समर्पित कर दिया है।
इस निर्णय को लेकर पूरे राजस्थान में सराहना की लहर दौड़ गई है। समाज के विभिन्न वर्गों और संगठनों ने पूनिया के इस फैसले को “नारी शिक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर” बताया है।
जाट महासभा ने किया भावभीना सम्मान
राजस्थान जाट महासभा के जयपुर जिला अध्यक्ष मनोज चौधरी ने विजय पूनिया का सम्मान करते हुए इसे “समाज के भविष्य की नींव रखने वाला निर्णय” बताया। उन्होंने कहा की विजय पूनिया जैसे लोग समाज के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने नारी शिक्षा और स्वावलंबन की दिशा में जो योगदान दिया है, वह केवल समाज नहीं, आने वाली पीढ़ियों का भाग्य बदल देगा। महासभा इस भावना को सच्चे मन से नमन करती है।”
बेटियों के सपनों को मिलेगा नया आसमान
जयपुर जैसे शहरी क्षेत्र में बाहर से आने वाली बालिकाओं के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक छात्रावास की कमी एक गंभीर समस्या रही है। पूनिया द्वारा दान की गई यह भूमि उन बालिकाओं के लिए संजीवनी साबित होगी, जो शिक्षा के लिए जयपुर आती हैं लेकिन संसाधनों के अभाव में संघर्ष करती हैं।
केवल दान नहीं, यह है सामाजिक क्रांति
विजय पूनिया का यह कदम केवल एक आर्थिक योगदान नहीं, बल्कि एक सामाजिक क्रांति की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। यह दिखाता है कि जब कोई व्यक्ति अपने आत्मबल और समाज के प्रति जिम्मेदारी को समझता है, तो बदलाव की सबसे मजबूत नींव रखी जा सकती है।
रिपोर्ट – सीताराम गुप्ता