
- 10 लाख की रंगदारी और स्कॉर्पियो लूट का इनामी बदमाश महिला के वेश में पकड़ा गया
- कृपाल जघीना हत्याकांड में जनवरी महीने में जेल से छूटकर आया था, आते ही दिया घटना को अंजाम
जयपुर 31 मई। भरतपुर जिले की थाना उद्योग नगर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने और एक स्कॉर्पियो कार लूटने के मामले में फरार चल रहे 10,000 रुपये के इनामी बदमाश लोकेन्द्र उर्फ लक्की जाट पुत्र हमवीर सिंह (24) निवासी तुहिया थाना उद्योग नगर जो रुंधीया नगर थाना कोतवाली को गिरफ्तार कर लिया गया है। बदमाश महिला का वेश बदलकर छिपा हुआ था। लोकेन्द्र, कुलदीप सिंह जघीना गैंग का सदस्य है। जनवरी में ही कृपाल जघीना हत्याकांड में जेल से बाहर आया था और बाहर आते ही उसने इस बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया।
भरतपुर पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा के निर्देश पर ये कार्रवाई की गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतीश कुमार यादव, सहायक पुलिस अधीक्षक शहर पंकज कुमार और ग्रामीण वृत्ताधिकारी आकांक्षा चौधरी की निगरानी में थानाधिकारी उद्योग नगर गंगासहाय की टीम ने इस बदमाश को पकड़ा। लोकेन्द्र उद्योगनगर थाने में दर्ज अवैध हथियार के साथ डकैती और जबरन वसूली के मुकदमेके तहत पुलिस को काफी समय से वांछित था।
क्या थी पूरी घटना
धीरज राज शर्मा (21 साल) नाम के एक युवक ने उद्योगनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। धीरज ने बताया कि 22 जनवरी, 2025 को दोपहर करीब 1:30 बजे वे अपनी स्कॉर्पियो कार से आ रहे थे। तभी एक क्रेटा कार में बैठे कुछ लोगों ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया। पीछा करते हुए उन्होंने धीरज की कार को रोक लिया। क्रेटा से गोपाल जघीना और कृपाल तमरौली नाम के दो लोग उतरे और जबरदस्ती धीरज की स्कॉर्पियो में बैठ गए। इसके बाद लोकेन्द्र उर्फ लक्की और हिम्मत भी स्कॉर्पियो में आ गए।
थोड़ा आगे जाकर, मथुरा रोड पर रिलायंस पेट्रोल पंप के पास गाड़ी रुकवाई गई। सभी लोग स्कॉर्पियो से उतरे और जबरदस्ती धीरज से कार की चाबी छीनकर स्कॉर्पियो लूट ली। लुटेरों ने धीरज को हथियार दिखाकर 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी और पिस्टल से फायर भी किया, जो धीरज के कान के बिल्कुल पास से निकल गई। इसके बाद ही पुलिस ने तुरंत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
पुलिस ने कैसे पकड़ा बदमाश को
इस गंभीर मामले में पुलिस ने पहले ही गोपाल सिंह, कृपाल सिंह और मोहित सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन लोकेन्द्र उर्फ लक्की और हिम्मत लगातार फरार चल रहे थे। उन पर 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित था और अदालत से उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी हो चुके थे।
शुक्रवार 30 मई को पुलिस को एक पुख्ता खबर मिली कि लोकेन्द्र उर्फ लक्की महिला का भेष बदलकर परिक्रमा मार्ग में भीख मांग रहा है, ताकि उसे कोई पहचान न पाए। सूचना मिलते ही थानाधिकारी गंगासहाय अपनी टीम और क्यूआरटी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने पूंछरी का लौटा चौकी के पास से लोकेन्द्र को धर दबोचा। गिरफ्तारी के समय आरोपी ने सलवार-सूट पहन रखा था और सिर पर चुन्नी ओढ़ी हुई थी। अब पुलिस गिरफ्तार लोकेन्द्र उर्फ लक्की से इस वारदात के बारे में और भी गहराई से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बताया कि इस घटना में इस्तेमाल की गई क्रेटा कार अभी तक बरामद नहीं हुई है।
पुलिस टीम के सदस्य :
इस सफल ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम में थानाधिकारी गंगासहाय, एएसआई श्री ललित तिवारी, क्यूआरटी टीम प्रभारी अतुल कुमार शर्मा, हेड कांस्टेबल मनोज कुमार, कांस्टेबल राकेश शर्मा, प्रताप सिंह, कृष्णा, वासुदेव, दीपक और ड्राइवर कांस्टेबल रामवतार शामिल थे। इस कार्रवाई में क्यूआरटी प्रभारी अतुल कुमार शर्मा व कांस्टेबल कृष्णा की मुख्य भूमिका रही।
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