प्रॉपर्टी के मुनाफे के लिए खून का सौदा: मामा के बेटे को कुचलकर मारने वाला आरोपी जोधपुर से गिरफ्तार

जयपुर 17 अगस्त। प्रॉपर्टी के मुनाफे को लेकर हुए एक विवाद ने रिश्तों को खून से रंग दिया। अपने मामा के बेटे को गाड़ी से कुचलकर हत्या करने के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी राजेश शर्मा को अलवर पुलिस ने जोधपुर से धर दबोचा है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल की गई गाड़ी भी बरामद कर ली है। आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड जैसे कई राज्यों में फरारी काटी थी।
एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि यह सनसनीखेज वारदात बख्तल चौकी के पास हुई थी। आरोपी राजेश शर्मा का अपने मामा के साथ बख्तल में एक प्लॉट के बेचान में दलाली के प्रॉफिट को लेकर विवाद था। इस विवाद में मामा ने बाउंसरों की मदद से अलवर के तहसील कार्यालय में राजेश के साथ मारपीट की थी। इसी का बदला लेने के लिए राजेश ने स्कूटी सवार अपने ममेरे भाई कृष्ण और दामाद के भाई जितेंद्र को अपनी गाड़ी से टक्कर मार दी। इस हमले में कृष्ण की मौत हो गई और जितेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया। वारदात को अंजाम देने के बाद राजेश मौके से फरार हो गया था।
फरारी के दौरान खुद को बताया ‘एयरपोर्ट अथॉरिटीज का कर्मचारी’
पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि आरोपी राजेश शर्मा एक पुराना अपराधी है और पुलिस से बचने के सभी उपाय जानता था। वह लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था। पुलिस की एक विशेष टीम ने तकनीकी और खुफिया जानकारी का इस्तेमाल करते हुए उसे जोधपुर से ढूंढ निकाला। हैरान करने वाली बात यह है कि फरारी के दौरान वह खुद को ‘एयरपोर्ट अथॉरिटीज’ का कर्मचारी बताकर रह रहा था। पुलिस ने बताया कि आरोपी की पत्नी जोधपुर में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में कांस्टेबल की ट्रेनिंग कर रही है।
पुलिस ने आरोपी राजेश शर्मा पुत्र प्रकाश चन्द उर्फ हरिया (32) निवासी मूंडिया थाना नगर जिला डीग हाल निवासी गुर्जर कॉलोनी, बख्तल की चौकी थाना उद्योग नगर जिला अलवर को गिरफ्तार कर वारदात में प्रयुक्त 01 डैटसन गाड़ी बरामद कर ली है। आरोपी के खिलाफ पहले से ही जयपुर के महेश नगर, बजाज नगर और सांगानेर थाने में धोखाधड़ी और मारपीट जैसे मामले दर्ज हैं।
इस सफल ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम का नेतृत्व थानाधिकारी उप-निरीक्षक अजीत सिंह बड़सरा ने किया। टीम में शामिल अन्य सदस्य हेड कांस्टेबल खेम सिंह, कांस्टेबल देवकी नन्दन, सद्दाम खान, अजहर खान (थाना उद्योग नगर) और साइक्लोन सेल के हेड कांस्टेबल संदीप कुमार थे।
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