
- रामगढ़ पुलिस ने पुराने सिक्कों के नाम और कठूमर पुलिस ने मिठाई बॉक्स के नाम पर ठगी के आरोपी पकड़े
जयपुर, 8 जून। ऑनलाइन ठगी और साइबर अपराधों के खिलाफ अलवर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक बाल अपचारी को भी निरुद्ध किया गया है। इन सभी से साइबर फ्रॉड में इस्तेमाल किए गए तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं।
अलवर जिला पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया कि जिले में ऑनलाइन ठगी, सेक्सटॉर्शन और ओएलएक्स फ्रॉड जैसे मामलों पर लगाम लगाने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजपाल सिंह और डीएसपी ट्रैफिक मुकेश चौधरी के नेतृत्व में विशेष टीमों का गठन किया गया था।
रामगढ़ में पुराने सिक्कों के नाम पर ठगी
रामगढ़ थाना क्षेत्र में थानाधिकारी डॉ. विजेंद्र सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने गुप्त सूचना और तकनीकी संसाधनों की मदद से बड़ी कार्रवाई की। सोशल मीडिया पर पुराने सिक्कों और नोटों को ऊंचे दामों पर खरीदने का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी करने वाले चार आरोपियों को दबोचा गया। ये सभी आरोपी तमिलनाडु राज्य के मदुरई जिले में थाना मेलुर क्षेत्र के रहने वाले हैं और उनकी पहचान रवि कुमार (54), ए. मुनियांडी (41), सुरेंद्र प्रसाद (36) और सल्वा गनेश (34) के रूप में हुई है।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्हें तिजारा, अलवर निवासी आदिल पुत्र अयूब ने तमिलनाडु से ठगी के लिए बुलाया था। अंग्रेजी और तमिल भाषाओं में अच्छी पकड़ होने के कारण वे आसानी से अलग-अलग राज्यों के लोगों से बातचीत कर उन्हें झांसे में लेते थे।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे फेसबुक और व्हाट्सएप पर विज्ञापन देकर ये आरोपी पुराने सिक्कों और नोटों के पंजीकरण के नाम पर फर्जी सिम और खातों का उपयोग कर ऑनलाइन पेमेंट ऐप के जरिए पैसे डलवाते थे। ठगी गई रकम को बाद में आपस में बांट लिया जाता था। इस मामले का मुख्य आरोपी आदिल अभी फरार है और पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही है। पुलिस ने मौके से दो एंड्रॉयड मोबाइल फोन और सिम कार्ड भी जब्त किए हैं।
कठूमर में मिठाई बॉक्स के नाम पर ठगी
इसी कड़ी में कठूमर थाना क्षेत्र में थानाधिकारी महेश तिवाड़ी के नेतृत्व में गठित टीम ने भी साइबर फ्रॉड के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सोशल मीडिया पर मिठाई के बॉक्स खरीदने और बेचने के बहाने ऑनलाइन ठगी करने वाले एक बाल अपचारी को निरुद्ध किया है। यह बाल अपचारी व्हाट्सएप पर मिठाई के बॉक्स की आकर्षक तस्वीरें, बिल और डिलीवरी के फोटो भेजकर लोगों को बहकाता था। वह क्यूआर कोड के जरिए अपने खाते में पैसे डलवाकर ठगी करता था। पुलिस ने एक एंड्रॉयड मोबाइल फोन और सिम कार्ड भी बरामद किया है।
अलवर पुलिस की यह कार्रवाई साइबर अपराधियों के लिए एक सख्त संदेश है कि उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस का यह अभियान साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने और आम जनता को ऑनलाइन ठगी से बचाने में मील का पत्थर साबित होगा।
राजस्थान पुलिस का आह्वान :
राजस्थान पुलिस ने आह्वान किया है कि साइबर ठगी से बचने के लिए हर व्यक्ति सतर्क रहें और किसी भी अनजान लिंक या संदिग्ध ऑफर पर क्लिक करने से पहले जांच पड़ताल अवश्य करें।
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