
- दस हजार रुपये का है इनामी, 19 महीनों से थी पुलिस को तलाश
- महेश नगर थाना क्षेत्र में काट रहा था फरारी, पाली जिले की ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस को सौंपा
जयपुर 21 मई। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम ने पाली जिले के ट्रांसपोर्ट नगर थाने में वांछित दस हजार रुपये के इनामी किशन सिंह पुत्र आईवान सिंह (35) निवासी रोरूबड़ी थाना लक्ष्मणगढ़ जिला सीकर को गुर्जर की थड़ी थाना महेश नगर से पकड़ा है। पाली पुलिस को 19 महीनों से आरोपी की तलाश थी। पकड़ने के बाद आरोपी को एजीटीएफ ने पाली पुलिस को सौंप दिया है।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स एवं अपराध श्री दिनेश एमएन ने बताया कि उप महानिरीक्षक पुलिस श्री योगेश यादव व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सिद्वांत शर्मा के सुपरविजन एवं पुलिस निरीक्षक श्री सुभाष सिंह के नेतृत्व में एएसआई शंकर दयाल शर्मा, हैड कांस्टेबल सुरेश कुमार, नरेन्द्र सिंह, कमल सिंह, कांस्टेबल नरेश कुमार, रतिराम व चालक सुरेश कुमार की टीम को वांछित बदमाशों के बारें में आसूचना संकलन कर धरपकड़ करने के लिए रवाना किया गया था।
आसूचना संकलन के दौरान टीम के सदस्य एएसआई शंकर दयाल शर्मा व हैड कांस्टेबल कमल सिंह को सूचना मिली कि शराब तस्करी के मामले में पाली जिले के थाना ट्रांसपोर्ट नगर में वाण्टेड 10 हजार का ईनामी किशन सिंह जयपुर के महेश नगर थाना ईलाके में फरारी काट रहा है। सूचना को विकसित कर टीम ने आरोपी को गुर्जर की थड़ी क्षेत्र से पकड लिया। जिसे डिटेन कर पुलिस थाना ट्रांसपोर्ट नगर जिला पाली को सुपुर्द किया।
ये है मामला
पाली जिले की ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस ने नेशनल हाईवे पर नाकाबंदी में 1 अक्टूबर 2023 को डाक पार्सल लिखी भारत बेंज गाड़ी में सवार तीन तस्करों बिशन सिंह (25) निवासी सूरतगढ जिला गंगानगर, गणेश सिंह (24) निवासी लोसल जिला सीकर व सुनील सिंह (22) खाजूवाला जिला बीकानेर को राजस्थान निर्मित देशी शराब के 192 एवं अंग्रेजी शराब के 119 कार्टन के साथ गिरफ्तार किया था।
तीनों ने पूछताछ में बताया कि अंग्रेजी व देशी शराब से भरी गाड़ी उन्हें किशन सिंह राजपूत ने विश्वकर्मा इण्डस्ट्रीज एरिया जयपुर में सुपुर्द की थी। सिरोही क्रॉस करने के बाद कॉल कर किशन सिंह उन्हें बताने वाला था कि यह शराब किसे देनी है। आरोपी किशन सिंह घटना के बाद से ही फरार था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए एसपी पाली द्वारा 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
सम्पूर्ण कार्रवाई में एएसआई शंकर दयाल शर्मा, हैड कांस्टेबल कमल सिंह की विशेष भूमिका व हैड कांस्टेबल सुरेश कुमार, नरेन्द्र सिंह, कांस्टेबल नरेश कुमार, रतिराम व चालक सुरेश कुमार का सराहनीय सहयोग रहा। टीम का कुशल नेतृत्व इंस्पेक्टर सुभाष सिंह ने किया।
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