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कोटपूतली के भाजपा महामंत्री जितेंद्र सिंह शेखावत ने रचा इतिहास

विश्व के सबसे ऊंचे मोटरेबल दर्रे “उम्लिंग ला” (19024 फीट) पर अकेले पहुँचे, सिर्फ 5 घंटे में वापसी कर किया साहसिक विजय अभियान पूरा

कोटपूतली, 24 जून।
कोटपूतली के लिए यह गर्व और प्रेरणा का क्षण है, जब भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री जितेंद्र सिंह शेखावत ने अपने दम, साहस और संकल्प से वह कर दिखाया, जो अक्सर अनुभवी पर्वतारोहियों और अभियान विशेषज्ञों के लिए भी एक सपना होता है।
लद्दाख के अति दुर्गम और ऊँचाई वाले क्षेत्र में स्थित “उम्लिंग ला दर्रा” (UmLing La Pass), जो 5899 मीटर (यानि 19024 फीट) की ऊँचाई पर स्थित है — विश्व का सबसे ऊँचा मोटरेबल दर्रा माना जाता है। यहाँ तक पहुंचना अत्यंत कठिन और जोखिम भरा होता है, क्योंकि इस क्षेत्र में ऑक्सीजन का स्तर बेहद कम होता है और मौसम पल-पल में करवट बदलता है। ऐसे में जितेंद्र सिंह शेखावत ने न केवल इस दर्रे तक अकेले पहुँचकर साहसिक विजय प्राप्त की, बल्कि मात्र 5 घंटे में वहां से वापसी कर सभी को चौंका दिया।

फ़ोटी ला जैसे कठिन दर्रे को भी किया पार

इस अभियान में सबसे चुनौतीपूर्ण बात यह रही कि वे फ़ोटी ला जैसे एक अन्य खतरनाक और दुर्गम दर्रे को पार करते हुए उम्लिंग ला तक पहुँचे। रास्ते में माउंटेन सिकनेस, सिरदर्द, थकान और ऑक्सीजन की लगातार कमी जैसी कई शारीरिक और मानसिक चुनौतियाँ उत्पन्न हुईं। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और धैर्य, फिटनेस और अद्भुत आत्मबल के साथ इस कठिन यात्रा को पूरा किया।

कोटपूतली के लिए बना गौरव का क्षण

शेखावत की इस अप्रत्याशित उपलब्धि से कोटपूतली सहित पूरे भाजपा परिवार में खुशी और गर्व की लहर दौड़ गई। यह कारनामा केवल एक व्यक्ति की व्यक्तिगत विजय नहीं, बल्कि कोटपूतली की युवा ऊर्जा, राष्ट्रीयता और सकारात्मक सोच की पहचान बन गया है।

इस अद्वितीय अभियान पर भाजपा जिला महामंत्री गोपाल मोरिजावाला, कोषाध्यक्ष शशि मित्तल, वरिष्ठ नेता रविंद्र सिंह शेखावत, बालकृष्ण सैनी, वीरू सुंदरपुरा, विक्रम कसाना, भूपेंद्र यादव, संजय मोरिजावाला, सतीश सैनी, राहुल सैनी सहित अनेक पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने हर्ष प्रकट करते हुए उन्हें बधाइयाँ दीं और इस प्रयास को “साहस, संकल्प और समर्पण का प्रतीक” बताया।

भविष्य की प्रेरणा बनी यह यात्रा

इस अभियान ने यह साबित कर दिया है कि मजबूत इच्छाशक्ति, देशभक्ति और आत्मबल के सामने दुनिया की कोई भी ऊँचाई असंभव नहीं है।
जितेंद्र सिंह शेखावत ने कोटपूतली के युवाओं के सामने एक जीवंत उदाहरण प्रस्तुत किया है कि राजनीति केवल मंचों तक सीमित नहीं, बल्कि समाज को दिशा देने, प्रेरणा बनने और असंभव को संभव करने का नाम है।

उनकी यह यात्रा आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी और यह संदेश देगी —
“जहाँ जुनून हो वहाँ पहाड़ भी रास्ता बन जाते हैं।”