MARUDHARHIND NEWS

चूरू पुलिस को मिली बड़ी सफलता: रोहित गोदारा गैंग का सदस्य अवैध हथियारों सहित गिरफ्तार

  • हिस्ट्रीशीटर देवेंद्र सिंह उर्फ नुहंद के कब्जे से दो डबल बैरल सहित तीन बंदूकें और जिंदा कारतूस बरामद

जयपुर 26 जून। चुरू जिले में वांछित अपराधियों और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस ने आज एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। हमीरवास थाना पुलिस और एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स चुरू की संयुक्त कार्रवाई में गेंगस्टर रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण गैंग से जुड़े एक हिस्ट्रीशीटर को अवैध हथियारों के जखीरे के साथ गिरफ्तार किया गया है।
एसपी जय यादव ने बताया कि यह कार्रवाई गुरुवार, 26 जून को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोरी लाल और सहायक पुलिस अधीक्षक राजगढ़ निश्चय प्रसाद एम के पर्यवेक्षण में की गई। हिस्ट्रीशीटरों और संदिग्ध व्यक्तियों की सघन जांच के दौरान पुलिस टीम ने बदमाश देवेंद्र सिंह उर्फ देवेंद्र नुहंद पुत्र मदन सिंह (39) निवासी नुहंद थाना हमीरवास को गिरफ्तार कर लिया है।
अवैध हथियारों का जखीरा बरामद
गिरफ्तार देवेंद्र सिंह उर्फ देवेंद्र नुहंद के कब्जे से तीन अवैध हथियार और तीन जिंदा कारतूस जब्त किए गए हैं। जब्त किए गए हथियारों में दो डबल बैरल 12 बोर बंदूकें और एक सिंगल बैरल 12 बोर बंदूक शामिल हैं, साथ ही तीन 12 बोर के जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं। यह बरामदगी क्षेत्र में अवैध हथियारों की तस्करी और उनके इस्तेमाल पर एक बड़ी चोट है।
आपराधिक नेटवर्क से संबंध
देवेंद्र सिंह उर्फ देवेंद्र नुहंद हमीरवास थाने का हिस्ट्रीशीटर है और उसका सीधा संबंध रोहित गोदारा और उसकी गैंग के प्रवीण सिंह राजपूत और जीतू जोड़ी गैंग से है। यह गिरोह रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण के नेतृत्व में एक संगठित अपराधी समूह के रूप में काम करता है। देवेंद्र सिंह थाना क्षेत्र और आसपास के जिलों में शराब ठेकों में पार्टनर के रूप में भी सक्रिय है।
अवैध हथियार रखने के आरोप में देवेंद्र सिंह उर्फ देवेंद्र नुहंद के खिलाफ हमीरवास थाने में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। इस सफल ऑपरेशन में एजीटीएफ चुरू के कांस्टेबल कपिल कुमार और साइबर सेल के रामाकांत की विशेष भूमिका रही।
इस महत्वपूर्ण गिरफ्तारी को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में थाना हमीरवास से एसएचओ जय कुमार भादू, एएसआई महेंद्र सिंह, कांस्टेबल दयाराम, मनोज कुमार, सज्जन सिंह, शक्ति सिंह, कांस्टेबल चालक रामपाल, एजीटीएफ से हैड कांस्टेबल सज्जन कुमार, कांस्टेबल महेंद्र कुमार, कपिल कुमार, कृष्ण कुमार, धन्नाराम, विक्रम कुमार एवं साइबर सेल से कांस्टेबल रामाकांत शामिल थे।
—————